यह तो सभी जानते हैं कि राहुल द्रविड़ को ‘द वॉल’ नाम से जाना जाता है। वैसे तो राहुल द्रविड़ को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लिए लगभग 7 वर्ष हो चुके लेकिन आज भी इतिहास के पन्नों में उनका नाम है एवं अपने शालीन एवं शांत स्वाभाव के कारण इनको भारतीय क्रिकेट में आज भी सभी याद करते हैं। एवं आज भी इनका योगदान युवा खिलाडियों के पथ प्रदर्शन के लिए बना हुआ है। और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इनके अंदर से निकले हुए खिलाडी भविष्य के शानदार खिलाडी होंगे।
राहुल द्रविड़ ने अपने भारतीय क्रिकेट के टेस्ट करियर में बहुत अहम् भूमिका निभाई एवं अभी भी ये भारतीय क्रिकेट कि ढाल बने हुए हैं। इनके साथ कुछ अन्य खिलाडी भी हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को इतिहास के पन्नों तक पहुँचाया जैसे सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण इत्यादि। राहुल द्रविड़ एक ऐसे खिलाडी हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट का दिशा प्रदर्शन तो किया एवं साथ ही साथ भारतीय क्रिकेट के लिए एक रक्षा कवच भी तैयार किया। जब इन्हे द वॉल का टाइटल मिला तब इनकी प्रसन्नता भी चरम पर थी। एवं द्रविड़ भारत के एवं विश्व के सर्वश्रेठ खिलाडियों में से एक हैं। स्वाभाव से एकदम शांत एवं क्रिकेट में एकदम श्रेष्ठ वाली भूमिका द्रविड़ ने सदैव निभाई है जिसने इनको सबसे अलग बनाया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को 24000 रन के साथ विराट देते हुए इन्होंने भारत की अंडर-19 टीम एवं साथ ही इंडिया-ए टीम के युवा खिलाडियों को ट्रेनिंग देने का फैसला किया एवं अब ये इन्हे ट्रेनिंग दे रहे हैं। राहुल द्रविण एक बहुत ही शांत खिलाडी हैं एवं गंभीर भी हैं। इनका ट्रेनिंग देने का तरीका भी सराहनीय है।
राहुल द्रविड़ ने अपने पहले टेस्ट मैच कि शुरुआत 1996 में लॉर्ड्स में गांगुली के साथ कि थी जिसमें इन्होंने 95 रन बनाये थे एवं ये शतक बनाते – बनाते चूक गए थे। तब से ही ये भारतीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने के लिए पहला कदम बढ़ा चुके थे। तीन साल बाद जब विश्व कप हुआ उस दौरान एक मैच में इन्होंने 145 रन बनाए लेकिन उस समय गांगुली ने 183 रन बनाये जिससे गांगुली जयदा चर्चा में रहे। 2001 कोलकाता के इर्डन गार्डन्स में राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच खेला जिसमें इन्होंने 180 एवं टीम की जीत के लिए अहम् भूमिका निभाई। लेकिन इस दौरान ही लक्ष्मण ने 281 रन की शानदार पारी खेली और लक्ष्मण ज्यादा चर्चा में रहे। कुछ इस तरह से राहुल का क्रिकेट जीवन चलता रहा।
Be the first to comment on "राहुल द्रविड़ – भारतीय क्रिकेट के लिए एक उपहार हैं"