भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त 2020 को रात 7.29 मिनट पर संन्यास लेकर सबको चौंका दिया था| धोनी के संन्यास लेने के 4 दिन बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम एक काफी लम्बी चिट्टी लिखी है| मोदी ने चिट्टी में लिखा की धोनी को केवल क्रिकेट में उनके द्वारा बनाए गए आंकड़ों या फिर मैच जिताने वाली पारियों के लिए ही याद रखना किसी भी प्रकार से सही नहीं है| अगर हम धोनी को सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में याद रखेंगे तो ये उनके साथ अन्याय होगा| धोनी की कामयाबी देश के ऐसे करोड़ों युवाओं को ताकत और प्रेरणा देती है,जो युवा बड़े बड़े स्कूलों या कॉलेजों में नहीं पढ़ सके और ना ही उनका जन्म किसी बड़े परिवार में हुआ है| धोनी कभी भी जोखिम उठाने से डरते नहीं है उन्हें देखकर आज के युवा भी खतरा उठाने से कतराते नहीं है| नए भारत के युवा भी धोनी की तरह ही असफल होने पर हिम्मत नहीं हारते है| आज के युवाओ को धोनी से सीखना चाहिए की किस प्रकार अपनी निजी जिंदगी को और अपने काम करने को किस प्रकार संतुलित किया जाता है| मोदी ने आगे लिखा धोनी एक ऐसे इंसान है जो अपनी किस्मत खुद लिखते है,वो किसी धनी परिवार में नहीं जन्मे है लेकिन उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है,वो काबिले तारीफ है,देश के युवाओ को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए|
Be the first to comment on "नए भारत के करोड़ों युवाओं को धोनी से प्रेरणा और ताकत मिलती है: प्रधानमंत्री मोदी"